आशकी बेदिली से मुश्किल है
फिर मुहबत उसी से मुश्किल है
इश्क आगाज़ ही से मुश्किल है
सबर करना अभी से मुश्किल है
हमें बेदिली आसान है हमारे लिए
दुश्मनी दोस्ती से मुश्किल है
जिसको सब बेवफा समझते हो
बेवफाई उसी से मुश्किल है
एक दुसरे से सहेल ना जान
हर कोई हर किसी से मुश्किल है
तू बा_जिद है तो जा "फ़रज़" मगर
वापसी उस गली से मुश्किल है
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