Saturday, June 6, 2009

known

मुझे अब याद मत करना ... कभी भी याद मत करना
नया जो साल आएगा ... कई खुशियाँ भी लायेगा
इन खुशियों को अब बरबाद मत करना .....
मुझे अब याद मत करना ... कभी भी याद मत करना

जो घर मालूम है मेरा ....
मगर जब कोई पूछे तो .... तुम इज़हार मत करना
मुझे अब याद मत करना ... कभी भी याद मत करना

मुझे हाँ याद करने से ... हो बढावा तेरी सोच में
मुझे अब अपनी सोच में .... तुम शुमार मत करना
मुझे अब याद मत करना ... कभी भी याद मत करना

जो अब आए तुम ख्वाब मैं
जो तुम रोज़ आया करते थे, नींद चुराया करते थे
मैं सदा के लिए ऑंखें बाँध कर लूँगा
मुझे अब याद मत करना ... कभी भी याद मत करना

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