मैं उमर भर की अंधी परस्तिश के बावजूद
फिर दस्त-ऐ-नारसा में हूँ कोशिश के बावजूद
मुद्दत के बाद उस्सको जो देखा तोह यूँ हुआ
दिल थम गया खून की गर्दिश के बावजूद
मेरी तरह किसी की नज़र में न चढ़ सका
जंगल का फूल अपनी नुमाइश के बावजूद
ख़ुद_रु हूँ दस्त-ए-फुं की रिवायात के बर_ख़िलाफ़
जिंदा हूँ अब्र-ओ-रेत की साजिश के बावजूद
शायद यही है जज्बा-ऐ-ईसार दोस्तों
मैं हारता हूँ जीत की ख्वाहिश के बावजूद
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