Saturday, June 6, 2009

unknown

धुप के साथ गया साथ निभाने वाला
अब कहाँ आएगा वो लौट के आने वाला
रेत पर छोड़ गया नकाश हज़ारों अपने
किसी पागल की तरह नक्श मिटाने वाला
सब्ज़ शाखें कभी ऐसे तो नहीं चीखती हैं
कौन आये अहई परिंदों को डराने वाला
आरिज़-ए-शाम[evening's cheeks] की सुर्खी ने किया फाश[expose] उससे
परदा-ए-अबर[curtain of clouds] में था आग लगाने वाला
सफर-ए-शब् का तकाज़ा है मेरे साथ रहो
दस्त[wilderness] पुरहौल[terrifying] है तूफ़ान है आने वाला
मुझको दर-परदा सुनाता रहा किस्सा अपना
अगले वक्तों की हीकायत[story] सुनाने वाला
शबनमी घास घने फूल लरज़ती किरणे
कौन आया है खजानों को लुटाने वाला
अब तो आराम करे सोचती हैं आँखें मेरी
रात का आखरी तारा भी है जाने वाला

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